सोमवार, 31 मई 2021

फंगस से बचने के लिए सभी रखे इन बातों का ध्यान

 


फंगस की मौजूदगी इस धरती पर करोड़ों बरसो से है और आगे भी रहेगी ! यह कोरोना से पहले भी था , जिनते भी रंग के फगन्स है , यह  बहुत ज्यादा कमजोर इम्युनिटी वाले शख्स के शरीर मे घुस कर बीमारी पैदा करते है ! तो आइए जानते है फंगस से जुड़ी कुछ और बातें 


क्या सभी को फंगस से डरना चाहिए                                                  

फंगस , वायरस, बैक्टीरिया हमें किसी से भी डरना नही चाहिए! पहले तो हमे इससे बचने का प्रयास करना चाहिए ! अगर फिर भी हो जाए तो इसे निकलने के लिए मुकाबला करना चाहिए ! फंगस में कोई म्युटेशन नही हुआ है और न ही इसका कोई नया स्ट्रेन आया है ! इसमें बदलाव लाखो सालो में एवोल्यूशन के द्वारा होता है ! 


किन लोगों को रहना है अलर्ट (Alert ) 

० शुगर के पुराने मरीज जिन्हें 5 से 10 दिन तक बुखार रहा हो 

० जिन्हें 3 से 4 दिनों तक स्टेरॉयड की हैवी मात्रा दी गयी हो 

० ऑक्सिजन का स्तर कम होने की वजह से या फिर अस्पताल में 2 से 3 दिनों तक सामान्य ऑक्सिजन की सप्लाई की गई हो !

० शुगर के पुराने मरीज जिनका शुगर लेवल 3 से 5 दिनों तक 350 से ऊपर रहा हो !

० कैंसर के पुराने मरीज जिनको कीमो थेरेपी दी जाती हो ! 

० किडनी के मरीज जिनको डायलिसिस करवाना पड़ता हो 

० जिनका crytinine का स्तर ज्यादा हो 



ब्लैक फंगस ( black fungus ) 

कोरोना के बाद अगर किसी चीज ने कुछ लोगो परेशान किया है तो वो है ब्लैक फंगस ! ब्लैक फंगस की वजह से म्युकर मैकिरोसिया नाम की बीमारी होती है , इसके स्पोर्स नाक के जरिये शरीर मे घुसते है ! 

कमजोर इम्युनिटी की वजह से यह नाक के भीतर, सांस की नली, या फेफड़ो तक पहुँच जाते है ! जंहा से ये बढ़ने लगते है और हइफी बनाते है ! 

जैसे ही इन्हें शरीर के अंदर ज्यादा मात्रा में शुगर और कम इम्युनिटी मिलती है ये बढ़ने लगते है और पत्ती की तरह हइफी बनाने लगते है ! जंहा पर यह चिपक जाते है वँहा के टिश्यू को ये बढ़ाने लग जाते है ! अगर जल्दी से इसे इंजेक्शन या आपरेशन के द्वारा नही हटाया गया तो मरीज की मौत भी हो सकती है ! 


क्या है इसके लक्षण 

नाक में पपड़ी बनने लगती है

चहरे के एक तरफ सूजन आ जाना 

नाक से काले रंग के तरल निकलना 

नाक बंद होना व छाती में दर्द होना 

काले रंग का बलगम आना 

आंखों में दर्द रहना  


वाइट फंगस ( white fungus ) 

यह एक आम फंगस ही है , इसे कैंडिडा भी कहते है लेकिन अगर किसी शख्स की इम्युनिटी कमजोर हो जाए और खून में पहुंच जाए तो यह दिमाग और आंख की जगह पर चिपकर बढ़ने लगता है 

यह ब्लैक फंगस से ज्यादा जल्दी फैलता है और इसे ब्लैक फंगस से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है ! कई बार आम लोगो को जीभ ओर तालू पर सफेद धब्बे भी दिखते है , कुछ महिलाओं में वजाइनल इन्फेक्शन इसी वाइट फंगस के कारण होता है ! 


क्या है इनके लक्षण 

सिर में दर्द होना , तेज बुखार होना इत्यादि ! 


फंगस से बचने के लिए सभी रखे इन बातों  का ध्यान 

० घर मे गन्दगी को बिल्कुल जमा होने न दे

० सब्जियों को अच्छी तरह ढक कर रखे 

० अगर मटके का पानी पीते है तो उसे भी अच्छी तरह ढक कर रखे 

० बासी खाना न खाएं ! 

० पौधों के पास न जाये , फंगस पौधों पर ज्यादा मिलते है !

० गीला मास्क या रुमाल से मुह को ना ढके ! 

० धूप और ताजी हवा के लिए घर की खिड़किया और दरवाजे खोल दे 

० घर मे सीलन न होने दे इससे फंगस के बढ़ने का खतरा रहता है ! 


अगले आर्टिकल में आपको फंगस को दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक टिप्स बताऊंगा ! जो हमे इस फंगस से दूर रखने में सहायता करेगा! 








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