रविवार, 23 मई 2021

वायरल बुखार क्यों होता है और इसके लक्षण, कारण, व घरेलू इलाज









नमस्कार दोस्तो , आज हम बुखार के बारे में चर्चा करेंगे कि आखिर बुखार हमे क्यों हमें बार बार बुखार हो जाता है,  हम सभी को अपनी जिंदगी मे एक न एक बार बुखार होता ही है पर किसी को तो बार बार बुखार होते रहता है ! जिससे हमारे शरीर को काफी कमजोरी महसूस होती है  आईये जानते है बुखार कैसे हो जाता है ? 

दोस्तों बुखार की स्थिति तब बनती है जब हमारे शरीर मे मौजूद सैनिक यानी एंटीबॉडी बाहर से आये हुए एंटीजेन यानी वायरस या बैक्टीरिया या किसी भी तरह के इन्फेक्शन से लड़ने में फेल हो जाता है 
           
        तब शरीर के पास ऐसे एंटीजेन की संख्या को काबू करने में करने का एक मात्र तरिका होता है शरीर का तापमान बढ़ाना ! जब शरीर का तापमान बढ़ता है तो हमारे शरीर मे मौजूद हॉर्मोन्स और एंजाइम की एक्टिविटी धीमी होने लगती है और हम सुस्त हो जाते है  !

साथ ही बाहर से आये हुये एंटीजन के लिए भी ज्यादा तापमान पर अपना प्रोडक्शन बढ़ाना मुश्किल हो जाता है ! अगर एंटीजन का प्रोडक्शन धीमा हो जाय या रुक जाय तो बुखार का बढ़ना भी रुक जाता है ! 

        पर अगर इन्फेक्शन ज्यादा है तो शरीर अपना तापमान बढ़ाता ही चला जाता है ! ऐसे में फीवर 105 या 106 तक पहुंच जाता है ! इतने तापमान पर मरीज को मिर्गी के दौरे पड़ने लगते है ,और बेहोशी छाने लगती है !  घर मे अगर किसी को ऐसी स्तिथि बनती है तो उसके सर पर ठंडी पट्टी रखी जाती है !


बुखार कोई बीमारी नही , लेकिन यह बीमारी का लक्षण जरूर है ! बुखार होने की कोई न कोई वजह होती है, मान ले किसी को सामान्य से फ्लू है , फ्लू या इन्फ्लुएंजा वायरस का असर 3 दिनों तक होता है इसके बाद वह खत्म होने लगता है ! अगर कोरोना की वजह से बुखार हुआ है तो यह 9 दिन या इससे भी अधिक समय तक रह सकता है !

        अगर आपको तेज बुखार हो तो आप पेरासिटामोल ले सकते है अगर फिर भी आराम न मिले तो फौरन डॉक्टर के पास जाए !  तेज बुखार में आप ठंडी पट्टी भी कर सकते है ! 

 
                बुखार में खान पान कैसा हो ?

एलोपैथी के मुताबिक बुखार में आम दिनों के जितना ही खाय !
इन दिनों शरीर को ऊर्जा की ज्यादा जरूरत होती है , इसलिए इसकी कमी न हो वरना कमजोरी और भी बढ़ जायेगी ! 
इसमे पानी की भी कमी नही होनी चाहिए , आप बुखार में गुनगुना पानी ले सकते है !
          दिन में 7 से 8 गिलास पानी पी सकते है और खाने में आप वही खाये जिसकी आपको इच्छा हो ! पर ध्यान रखे कि खाना आसानी से पचने वाला हो , कम मसाले वाला हो और कम तेल वाला हो !  जैसे खिचड़ी , मूंग की दाल , चावल !

अगर बुख़ार के साथ आपको सर्दी या खांसी है तो ठंडी चीजो का सेवन बिल्कुल भी न करे , इसके साथ ही एक मौसमी फल का सेवन करना भी लाभदायक है ! जैसे संतरा , अमरूद , पपीता ! 

जब भी बुखार हो और अगर आप डॉक्टर के पास जाए तो उनसे खाने पीने के बारे में अच्छी तरह समझ ले ! 


बुखार में नेचुरोपैथी बहुत ही बढ़िया तरीके से काम करता है ! 
बुखार में फास्टिंग करना बुखार को काबू करने का अच्छा तरीका है 

बुखार में हो सके तो 3 से 4 नारियल पानी का सेवन करे 

सफेद पेठे का रस या कच्ची सब्जी के रस का सेवन करे !

गिलोय का सेवन जरूर करे यह बुखार के लिये रामबाण उपाय है !

और हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन ही करे ज्यादा तला या मसालेदार वाला भोजन न करे



नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी अच्छे स्किन एक्सपर्ट  की सलाह जरूर ले !  धन्यवाद 🙏







       











0 $type={blogger}:

एक टिप्पणी भेजें