इन दिनों लोग बाजार में मिल रहे काढ़े का खूब इस्तेमाल कर रहे है! टी - बैग की तरह मिलने वाले काढ़े के पाउच के अलावा तैयार काढ़ा पाउडर भी मिल रहा है!
खांसी जुकाम होने पर ज्यादातर लोग काढ़ा पीकर राहत महसूस करते है! काढ़े का मतलब सिर्फ हल्दी, अदरक,दालचीनी, काली मिर्च आदि सबको पानी मे उबालना नही होता! काढ़ा किसी भी चीज का हो सकता है! यह दवा नही बल्कि प्रोसेस है! लेकिन गर्मियों में ज्यादा काढ़ा नही लेना चाहिए! जिन्हें पित्त से जुड़ी परेशानी हो, वे इस बात पर जरूर ध्यान दे !
काढ़ा पीने के फायदे -:
1) काढ़ा पीने से गले मे खराश कम होती है और खांसी में भी आराम मिलता है
2) इससे इम्युनिटी भी बढ़ती है
3) काढ़ा पीने से शरीर के अंदर गर्माहट महसूस होती है
4) इसके सेवन से मोटापा भी घटाया जा सकता है
5) जिन्हें पेट मे अल्सर हो, किडनी की समस्या हो, पाइल्स हो उन्हें काढ़ा का सेवन नही करना चाहिए
6) 5 साल से कम उम्र के बच्चो को काढ़ा नही देना चाहिए
7) अगर आप काढ़ा बना रहे है तो इस बात का ध्यान रखे कि इसमें अदरक, सौठ, लौंग, काली मिर्च कम से कम डाले
8) अगर काढ़ा दूध में बनाया जाए तो इसकी तासीर ज्यादा गर्म नही रहती
9) अगर काढ़ा पीने से कोई परेशानी हो तो किसी वैध से संपर्क करे
ऐसे बनाये मीठा काढ़ा :-
पानी- 1 कप
दूध- 1 कप
तुलसी के पत्ते- 3 से 4
लौंग -1
काली मिर्च -1
दालचीनी- एक चुटकी
चीनी या शक्कर - स्वाद अनुसार
ऊपर दी गयी सभी सामग्री को एक बर्तन में डाल कर 5 से 7 मिनट तक उबले और फिर थोड़ा ठंडा होने पर इसका सेवन करे !
नोट :- ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह जरूर ले ! धन्यवाद 🙏
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