सोमवार, 31 मई 2021

फंगस से बचने के लिए सभी रखे इन बातों का ध्यान

 


फंगस की मौजूदगी इस धरती पर करोड़ों बरसो से है और आगे भी रहेगी ! यह कोरोना से पहले भी था , जिनते भी रंग के फगन्स है , यह  बहुत ज्यादा कमजोर इम्युनिटी वाले शख्स के शरीर मे घुस कर बीमारी पैदा करते है ! तो आइए जानते है फंगस से जुड़ी कुछ और बातें 


क्या सभी को फंगस से डरना चाहिए                                                  

फंगस , वायरस, बैक्टीरिया हमें किसी से भी डरना नही चाहिए! पहले तो हमे इससे बचने का प्रयास करना चाहिए ! अगर फिर भी हो जाए तो इसे निकलने के लिए मुकाबला करना चाहिए ! फंगस में कोई म्युटेशन नही हुआ है और न ही इसका कोई नया स्ट्रेन आया है ! इसमें बदलाव लाखो सालो में एवोल्यूशन के द्वारा होता है ! 


किन लोगों को रहना है अलर्ट (Alert ) 

० शुगर के पुराने मरीज जिन्हें 5 से 10 दिन तक बुखार रहा हो 

० जिन्हें 3 से 4 दिनों तक स्टेरॉयड की हैवी मात्रा दी गयी हो 

० ऑक्सिजन का स्तर कम होने की वजह से या फिर अस्पताल में 2 से 3 दिनों तक सामान्य ऑक्सिजन की सप्लाई की गई हो !

० शुगर के पुराने मरीज जिनका शुगर लेवल 3 से 5 दिनों तक 350 से ऊपर रहा हो !

० कैंसर के पुराने मरीज जिनको कीमो थेरेपी दी जाती हो ! 

० किडनी के मरीज जिनको डायलिसिस करवाना पड़ता हो 

० जिनका crytinine का स्तर ज्यादा हो 



ब्लैक फंगस ( black fungus ) 

कोरोना के बाद अगर किसी चीज ने कुछ लोगो परेशान किया है तो वो है ब्लैक फंगस ! ब्लैक फंगस की वजह से म्युकर मैकिरोसिया नाम की बीमारी होती है , इसके स्पोर्स नाक के जरिये शरीर मे घुसते है ! 

कमजोर इम्युनिटी की वजह से यह नाक के भीतर, सांस की नली, या फेफड़ो तक पहुँच जाते है ! जंहा से ये बढ़ने लगते है और हइफी बनाते है ! 

जैसे ही इन्हें शरीर के अंदर ज्यादा मात्रा में शुगर और कम इम्युनिटी मिलती है ये बढ़ने लगते है और पत्ती की तरह हइफी बनाने लगते है ! जंहा पर यह चिपक जाते है वँहा के टिश्यू को ये बढ़ाने लग जाते है ! अगर जल्दी से इसे इंजेक्शन या आपरेशन के द्वारा नही हटाया गया तो मरीज की मौत भी हो सकती है ! 


क्या है इसके लक्षण 

नाक में पपड़ी बनने लगती है

चहरे के एक तरफ सूजन आ जाना 

नाक से काले रंग के तरल निकलना 

नाक बंद होना व छाती में दर्द होना 

काले रंग का बलगम आना 

आंखों में दर्द रहना  


वाइट फंगस ( white fungus ) 

यह एक आम फंगस ही है , इसे कैंडिडा भी कहते है लेकिन अगर किसी शख्स की इम्युनिटी कमजोर हो जाए और खून में पहुंच जाए तो यह दिमाग और आंख की जगह पर चिपकर बढ़ने लगता है 

यह ब्लैक फंगस से ज्यादा जल्दी फैलता है और इसे ब्लैक फंगस से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है ! कई बार आम लोगो को जीभ ओर तालू पर सफेद धब्बे भी दिखते है , कुछ महिलाओं में वजाइनल इन्फेक्शन इसी वाइट फंगस के कारण होता है ! 


क्या है इनके लक्षण 

सिर में दर्द होना , तेज बुखार होना इत्यादि ! 


फंगस से बचने के लिए सभी रखे इन बातों  का ध्यान 

० घर मे गन्दगी को बिल्कुल जमा होने न दे

० सब्जियों को अच्छी तरह ढक कर रखे 

० अगर मटके का पानी पीते है तो उसे भी अच्छी तरह ढक कर रखे 

० बासी खाना न खाएं ! 

० पौधों के पास न जाये , फंगस पौधों पर ज्यादा मिलते है !

० गीला मास्क या रुमाल से मुह को ना ढके ! 

० धूप और ताजी हवा के लिए घर की खिड़किया और दरवाजे खोल दे 

० घर मे सीलन न होने दे इससे फंगस के बढ़ने का खतरा रहता है ! 


अगले आर्टिकल में आपको फंगस को दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक टिप्स बताऊंगा ! जो हमे इस फंगस से दूर रखने में सहायता करेगा! 








रविवार, 30 मई 2021

चिरौंजी से वजन कैसे बढ़ाएं और इसे कब औऱ कैसे ले ?

 


चिरौंजी एक ड्राई फ्रूट है जो देखने मे सूखी दाल की तरह लगता है ! यह छोटे गोल बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते है चिरौंजी खाने से हमारे पाचन तंत्र से गंदगी औऱ विषाक्त पदार्थों को बाहर निकल जाते है और कब्जकी समस्या में राहत मिलती है ! 


यह आंतो की अंदरूनीपरत को फिर से साफ करने में भी मदद करती है औरऔर उसकी आंतरिक दीवारों में चिकनाहट पैदा करती है जिससे पेट साफ हो जाता है ! 


आमतौर पर चिरौंजी का प्रयोग खीर, हलवा सहित और भी कई मिठाइयों में किया जाता है ! लेकिन चिरौंजी विटामिन सी, विटामिन बी1, विटामिन बी2 से भरपूर होती है ! यह सभी विटामिन हमे कई तरीके से फायदा पहुंचते है! आईये जानते है इसके लाभ !

        

इम्यून सिस्टम बनाय मजबूत : कोरोना में हर कोई अपनी इम्युनिटी मजबूत करना चाहता है ! चिरौंजी के अंदर भी ऐसे पोशक तत्व पाए जाते है जिससे आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है!  

इसलिए आप चिरौंजी को दूध, ओट्स, दलिया, और मीठे व्यंजन में मिलाकर सेवन कर सकते है ! यह शारीरिक  कमजोरी से लड़ने में मदद करता है !



डायरिया की समस्या में मददगार :  चिरौंजी का तेल दस्त के लिए काफी प्रभावी है ! यदि आपको अक्सर दस्त की समस्या होती है तो आप चिरौंजी के तेल से बनी  खिचड़ी , दलिया या ओट्स का सेवन कर सकते है ! 

आप नियमित रूप से भी चिरौंजी का प्रयोग कर सकते है ! आप इसका पाउडर बनाकर  दूध में मिलाकर पी सकते है !



ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार : चिरौंजी गैस्ट्रिक स्राव को कम करके गैस्ट्रिक अलसर को रोकने में भी मदद कर सकती , क्योंकि इसमें एन्टी-इन्फ्लेमेट्री गुण होता है! 

यह मधुमेह ( diabities ) रोगियों के लिए भी फायेदमंद बतायी जाती है , क्योंकिं यह अपने एन्टी-ऑक्सीडेंट गुणो के कारण रक्त में शक्कर की मात्रा को कम करता है ! 



चहरे की सुंदरता को बढ़ाने में मददगार : थोड़ी सी चिरौंजी को पीस ले और उसमें थोड़ा सा कच्चा दूध और थोड़ा सा बेसन मिला ले और चहरे पर लगा ले और थोड़ी देर बाद हल्के गुनेगुने पानी से मुह धो ले, आपका चहरे की चमक बढ़ जाएगी और काले धब्बे भी साफ हो जाएंगे !



वजन बढ़ाने में मददगार : 5 ग्राम चिरौंजी को पीस कर आधा गिलास दूध में मिलाकर पीने से आपका वजन बढ़ने लगता है !



नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह जरूर ले ! धन्यवाद 🙏


शनिवार, 29 मई 2021

गर्मी में आंवला खाने के फायदे जानिए

 




आंवला जिसके बारे मे आप सभी जानते ही होंगे लेेकिन क्या आपकेे इसके गुणों के बारे में पता है ! तो आइए जाने इसके गुणो के बारे में !


आंवला वात, पित्त, औऱ कफ को दूर करता है इसलिए इसे वात पित्त और कफ नाशक भी कहा जाता है 


आंवला में आयरन, कैल्शियम, और विटामिन सी बहुत ज्यादा होता है जो जोड़ो के लिए लाभदायक है !


यह एक एन्टी एजिंग भी है जो चहरे पर जल्दी झुर्रिया नही पड़ने देता जिससे आप जवान दिखते है !


हमारे पेट से 24 बढ़ी नाडिया पूरे शरीर में जाती है इसलिये आंवल खाना बहुत जरूरी होता है !


जिनकी आंखे कमजोर है या कोई और आंखों की समस्या है या जिन्हें कम दिखाई देता है वह रोज एक ताजा आंवला का सेवन करे !


आंवले को शास्र में रसायन कहा जाता है ! सूखे आंवले को रात भर मिट्टी के बर्तन में भिगो ले और फिर सुबह उसे छान लें उस पानी को आप एक शीशी में रख ले तो यह आपकी eye drop
तैयार हो जाएगी !


बालो की समस्याओं में भी आंवले का प्रयोग किया जाता है , जिनको भी बालों की समस्या है जैसे बालो का टूटना , बालो का झड़ना , जल्दी बाल सफेद होना तो आप आंवले के साथ शिकाकाई और भृंगराज का पाउडर बराबर मात्रा में मिलाकर इसे शैम्पू की तरह इस्तमाल करे ,  आपकी बालो की सभी समस्या दूर हो जाएगी !


अगर किसी को नकसीर की समस्या है तो आंवले का रस 3 से 4 चम्मच सुबह खाली पेट पानी के साथ लेंगे तो आपको काफी फायदा मिलेगा !


अगर आपको एसिडिटी  की समस्या है तो आंवले का पाउडर 5 ग्राम रात को एक मिट्टी के बर्तन में डालकर भीगो दे और फिर सुबह उस पानी को छान कर उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर पी ले तो एसिडिटी में काफी आराम आपको मिलेगा !


अलसर और पेट में इन्फेक्शन होने पर मरीज को सुबह खाली पेट आंवले का सेवन कराया जाता है जिससे उसके पेट के अलसर व इन्फेक्शन जल्दी ठीक हो जाते है !


मूत्र के रोगों में भी आंवला बहुत ही बढ़िया तरिके से कम करता है आंवले के पेड़ की  छाल और उसमें थोड़ी आंवले की पत्तियां बराबर मात्रा में मिलाकर इसको 400 ग्राम पानी मे उबाल लें और फिर जब 100 ग्राम पानी बच जाय तो इसे पी ले यह मूत्र के रोगों में काम आता है !


थोड़ा सा आंवले का पाउडर खा ले और उपर से थोड़ा शहद चाट ले ऐसा करने जिसकी भी बार बार उल्टी आती है उसको उल्टी में काफी आराम मिलेगा !


बवासीर में भी आंवले का सेवन मरीज को कराया जाता है जिससे उसकी कब्ज भी ठीक हो जाती है और मस्से भी !


इसलिए आयुर्वेस आंवले को सभी फलों में सबसे सर्वश्रेष्ठ मानता है ! 

गुरुवार, 27 मई 2021

बेल के फायदे जो बीमारियों से रखे दूर

 

बेल के अद्धभुत गुण




गर्मियों के मौसम चल रहा है ऐसे में अगर बेल का शर्बत पीने को मिल जाये तो बात ही क्या है ! दोस्तो  आज हम आपको बेल से जुड़ी कुछ 12 जानकारियां देंगे जो शायद आपको पता न हो !

बेल का हमारे देश मे सदियों से उपयोग किया जा रहा खासकर के गर्मियों में ! हमारे देश मे इसका सेवन अलग अलग तरीको से किया जा रहा है ! तो आइए जानते है उनके बारे में 


1)  बेल का अगर शर्बत बनाकर पिया जाए तो यह पेट की सभी बीमारियों को दूर करने में काम आता है !


2) बेल का शर्बत कोलाईटिस (colitis) जैसी बीमारी को भी ठीक करने के लिए मरीज को पिलाया जाता है ! 


3) अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर ( high B.P) की समस्या है तो बेल का 1 पत्ता चबाकर ऊपर से हल्का गुनगुना पानी पी ले तो आपका B P एकदम नार्मल हो जायेगा !


4) बेल के फल का सेवन करने से हाई बीपी , शुगर , कोलोस्ट्रोल और मोटापा सभी नॉर्मल हो सकते है !


5) बेल 100 से ज्यादा बीमारियों में काम आता है !


6) आप अगर चाहे तो बेल का मुरब्बा या बेल की  कैंडी भी खा सकते है ! बाजार में अलग अलग ब्रांड की कैंडी या मुरब्बा उपलब्ध है !


7) पके हुए बेल फल की बजाय कच्चे बेल फल का उपयोग किया जाय तो यह ज्यादा गुणकारी होता है !


8) बेल वात, पित्त और कफ नाशक होता है अगर किसी के गले मे कफ जम गया हो , या पेट मे गर्मी हो गयी हो या किसी को गैस की समस्या हो  आप बेल का फल या शर्बत दोनों में से किसी का इस्तेमाल कर सकते है !


9) आगर किसी को दस्त (loose motion) हो गए तो उसे आप ताजे बेल का शर्बत पिला सकते है जिससे उसके दस्त रुक जाएंगे ! 


10 ) आंतो की सफाई के लिए आप हफ्ते में एक बार बेल या बेल का शर्बत ले सकते है ! 


11) बेल को अलसर की बीमारी में भी लिया जाता है !  


12)  अगर आपको अपच ( indigestion ) की समस्या है तो आप खाली पेट या खाना खाने से 1 घन्टा पहले बेल शर्बत ले सकते है ! 



दोस्तो हमारी यह जानकारी। आपको किसी लगी आप हमें comment करके जरूर बताएं ! हमारे द्वारा बताय गए नुस्खे अगर आप  इस्तमाल कर रहे है और अगर आपको इससे कोई तकलीफ होती है तो तरन्त उस नुस्खे को रोक दे और किसी आयुर्वेदिक वैध से सलाह जले !

क्योंकि हमारा उद्देश्य आपको स्वस्थ रखना है न कि अस्वस्थ रखने का ! 

धन्यवाद ! 

बुधवार, 26 मई 2021

मोटापा कम करने के आसन घरेलू उपाय

                   घर बैठे मोटापा कम कैसे करे ?



दोस्तो, मोटापा आज की तारिक में लोगों की समस्या बन चुका 
लोग न जाने कितने तरीके आजमाते है इसे कम करने के लिए लेकिन फिर भी उन्हें सफलता नही मिलती ! परन्तु आज हम आपको बताएंगे ऐसे 8 तरीक़े जिससे आप अपना मोटापा कम कर सकेंगे ! भले ही इसमे थोड़ा समय लगे लेकिंन वजन जरूर घटेगा !

1) सबसे पहला तरीका है गर्म पानी रोज सुबह उठते ही एक गिलास गर्म पानी जरूर पिए ऐसा करने से आपका फैट बर्न करने लगेगा और आपकी बॉडी डिटॉक्स भी हो जायेगी !


2) त्रिफला एक गुणकारी औषधि जो वजन कम करने में बहुत  ही काम आती है , इसका सेवन भी सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी मे 1चम्म्च त्रिफला चूर्ण मिलाकर और फिर इसे छान कर पी सकते है ! 


3) मोटापा कम करने के लिय निम्बू का भी इस्तमाल कर सकते है , इसे भी सुबह खाकी पेट गर्म पानी के साथ आपको पीना है  


4) मोटापा कम करने के लिए सिर्फ़ उपयो की ही जरूरत नही होती बल्कि परहेज की भी जरूरत होती है ! इसमें आपको मीठा , नमक , तली हुई चीजें , बाहर का खाना जैसे बर्गर , पिज़्ज़ा यह सब चीजें बन्द करनी होगी तभी आप वजन कम करने में कामयाब हो पाएंगे !





5) एलोवेरा का जूस आप सुबह खाली पेट हल्के गुनगुने पानी के साथ इसे पी सकते है  इसके इस्तमाल से आपके वजन में काफी फर्क देखने को मिलेगा !


6) अपनी रोजाना जिंदगी में बदलाव लाये , सुबह जल्दी उठने की आदत डालें , आधा या 1 घन्टा योगा व व्यायाम करें , सुबह सैर करने की आदत डालें , अनाज का सेवन कम करे , सलाद और हरी सब्जी खाय !


7) रात को 1 चम्मच अजवाइन 1 गिलास पानी मे भिगो कर रख दे , सुबह उसी  पानी पानी को हल्का गुनगुना करके उसने आधा कट नीबू मिलाकर पी जाएं !  


8) अजवाइन + मेथी दाना + जीरा + सौंफ इन भी को एक साथ बराबर मात्रा में पीसकर सुबह आधा चम्मच एक गिलास गुनगुने पानी के साथ इसे पी जाएं ! आपका वजन धीरे धीरे कम  होने लगेगा ! 


दोस्तो अगर आप इनमें से किसी भी तरीके का इस्तेमाल वजन कम करने के लिए करते है तो एक बात का खास ध्यान रखे , अगर आपको ऊपर बताए गए तरीके से कोई भी परेशानी या तकलीफ हो तो तुरंत उस उपाय को रोक दे ! 

जिनको जोड़ो की समस्या है वह नींबू का इस्तेमाल न करे ! 






रविवार, 23 मई 2021

वायरल बुखार क्यों होता है और इसके लक्षण, कारण, व घरेलू इलाज









नमस्कार दोस्तो , आज हम बुखार के बारे में चर्चा करेंगे कि आखिर बुखार हमे क्यों हमें बार बार बुखार हो जाता है,  हम सभी को अपनी जिंदगी मे एक न एक बार बुखार होता ही है पर किसी को तो बार बार बुखार होते रहता है ! जिससे हमारे शरीर को काफी कमजोरी महसूस होती है  आईये जानते है बुखार कैसे हो जाता है ? 

दोस्तों बुखार की स्थिति तब बनती है जब हमारे शरीर मे मौजूद सैनिक यानी एंटीबॉडी बाहर से आये हुए एंटीजेन यानी वायरस या बैक्टीरिया या किसी भी तरह के इन्फेक्शन से लड़ने में फेल हो जाता है 
           
        तब शरीर के पास ऐसे एंटीजेन की संख्या को काबू करने में करने का एक मात्र तरिका होता है शरीर का तापमान बढ़ाना ! जब शरीर का तापमान बढ़ता है तो हमारे शरीर मे मौजूद हॉर्मोन्स और एंजाइम की एक्टिविटी धीमी होने लगती है और हम सुस्त हो जाते है  !

साथ ही बाहर से आये हुये एंटीजन के लिए भी ज्यादा तापमान पर अपना प्रोडक्शन बढ़ाना मुश्किल हो जाता है ! अगर एंटीजन का प्रोडक्शन धीमा हो जाय या रुक जाय तो बुखार का बढ़ना भी रुक जाता है ! 

        पर अगर इन्फेक्शन ज्यादा है तो शरीर अपना तापमान बढ़ाता ही चला जाता है ! ऐसे में फीवर 105 या 106 तक पहुंच जाता है ! इतने तापमान पर मरीज को मिर्गी के दौरे पड़ने लगते है ,और बेहोशी छाने लगती है !  घर मे अगर किसी को ऐसी स्तिथि बनती है तो उसके सर पर ठंडी पट्टी रखी जाती है !


बुखार कोई बीमारी नही , लेकिन यह बीमारी का लक्षण जरूर है ! बुखार होने की कोई न कोई वजह होती है, मान ले किसी को सामान्य से फ्लू है , फ्लू या इन्फ्लुएंजा वायरस का असर 3 दिनों तक होता है इसके बाद वह खत्म होने लगता है ! अगर कोरोना की वजह से बुखार हुआ है तो यह 9 दिन या इससे भी अधिक समय तक रह सकता है !

        अगर आपको तेज बुखार हो तो आप पेरासिटामोल ले सकते है अगर फिर भी आराम न मिले तो फौरन डॉक्टर के पास जाए !  तेज बुखार में आप ठंडी पट्टी भी कर सकते है ! 

 
                बुखार में खान पान कैसा हो ?

एलोपैथी के मुताबिक बुखार में आम दिनों के जितना ही खाय !
इन दिनों शरीर को ऊर्जा की ज्यादा जरूरत होती है , इसलिए इसकी कमी न हो वरना कमजोरी और भी बढ़ जायेगी ! 
इसमे पानी की भी कमी नही होनी चाहिए , आप बुखार में गुनगुना पानी ले सकते है !
          दिन में 7 से 8 गिलास पानी पी सकते है और खाने में आप वही खाये जिसकी आपको इच्छा हो ! पर ध्यान रखे कि खाना आसानी से पचने वाला हो , कम मसाले वाला हो और कम तेल वाला हो !  जैसे खिचड़ी , मूंग की दाल , चावल !

अगर बुख़ार के साथ आपको सर्दी या खांसी है तो ठंडी चीजो का सेवन बिल्कुल भी न करे , इसके साथ ही एक मौसमी फल का सेवन करना भी लाभदायक है ! जैसे संतरा , अमरूद , पपीता ! 

जब भी बुखार हो और अगर आप डॉक्टर के पास जाए तो उनसे खाने पीने के बारे में अच्छी तरह समझ ले ! 


बुखार में नेचुरोपैथी बहुत ही बढ़िया तरीके से काम करता है ! 
बुखार में फास्टिंग करना बुखार को काबू करने का अच्छा तरीका है 

बुखार में हो सके तो 3 से 4 नारियल पानी का सेवन करे 

सफेद पेठे का रस या कच्ची सब्जी के रस का सेवन करे !

गिलोय का सेवन जरूर करे यह बुखार के लिये रामबाण उपाय है !

और हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन ही करे ज्यादा तला या मसालेदार वाला भोजन न करे



नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी अच्छे स्किन एक्सपर्ट  की सलाह जरूर ले !  धन्यवाद 🙏







       











मंगलवार, 18 मई 2021

चहरे की स्किन (skin) का कैसे रखे ख्याल ? ( How to take care of skin )





 


दोस्तो हमारे स्किन एक्सपर्ट का मानना है कि महिलाओं को 30 साल की उम्र से ही एन्टी एजिंग क्रीम लगाना शुरू कर देना चाहिए ! अगर आप भी एन्टी एजिंग क्रीम उम्र बढ़ने से पहले ही लगाना शुरू कर देंगी, तो चहरे पर पड़ने वाली झुर्रियां देर से दिखाई पड़ेगी 

आइए जानते है बढ़ती उम्र का असर कब चहरे पर दिखने लगता है ? उम्र बढ़ने के साथ चहरे की स्किन रूखी और बेजान पड़ने लगती है ! एन्टी एजिंग क्रेम से स्किन को काफी हद तक झुर्रियों से बचाया जा सकता है !

स्किन एक्सपर्ट का मानना है कि उम्र बढ़ने का असर सबसे पहले चहरे पर दिखाई देता है ! कुछ महिलाओं को लगता है कि चहरे पर झुर्रियां पड़ने के बाद ही  एन्टी एजिंग क्रीम लगानी चाहिए , लेकिन ऐसा नही है !

दरासल, उम्र के शुरुआती 30 में उम्र का असर दिखना शुरू हो जाता है और यह वह उम्र होती है जिसमे लोग अपनी स्किन की  कंडीशन पर ध्यान देने लग जाते है ! जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ने लगती है स्किन की खुद से रिपेयर और खुद से निर्मित होने की प्राकृतिक क्षमता कमजोर हो जाती है !

इस दौरान जवान स्किन के लिए महत्वपूर्ण तत्वो को उतपन्न करने की शरीर की क्षमता भी कम होने लगती है ! स्किन की ब्रह्मा मैट्रिक्स अपने स्कार्फ फोल्डिंग प्रोटीन कोलेजन और इलास्टिन के नुकसान होने से कमजोर हो जाती है !

इससे सीधे स्किन में लैक्सटी कई कमी हो जाती है , आमतौर पर स्किन का जल्दी बढ़ा होने की एक वजह स्मोकिंग और यू वी रेडिएशन की सम्पर्क में आना भी है ! इसलिए महिलाओ को 30 साल की उम्र से एन्टी एजिंग क्रीम  लगाना शुरू कर देना चाहिए ! 


एन्टी एजिंग दो तरह ही होती है :-

एक्सपर्ट का कहना है कि एजिंग दो तरह की होती है एक आंतरिक और दूसरी बाहरी ! उम्र बढ़ने का सबसे पहला असर अंदर से होता है जो फाइन लाइन्स के रूप में बाहर दिखाई देने लगता है ! एन्टी एजिंग क्रीम से स्किन को काफी हद तक झुर्रियों से बचाया जा सकता है , कुछ ब्यूटीशियन का कहना है कि ज्यादातर उम्र बढ़ने का पहला असर आंखों के नीचे दिखना शुरू हो जाता है ! आँखों के नीचे की स्किन पतली होने लगती है जिसकी वजह से आंखे धसी धसी सी दिखने  लगती है ! 

पूरे चेहरे में आंखों के आसपास की स्किन सबसे ज्यादा संवेदनशील होती है !

आईये अब जानते है उम्र के साथ कैसे रखे अपनी  स्किन की देखभाल ?

1)  हर दिन अच्छे से मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करना स्किन की देखभाल करने का सबसे जरूरी है , यू वी रेडिएशन के खतरे से बचने के लिए जरूर लगाएं 

2) इसके अलावा आपकी स्किन के लिए जो स्किनकेयर प्रोडक्ट उपयुक्त होता है उसी का इस्तेमाल करना चाहिए नही तो आपकी स्किन में जलन या लांग डैमेज हो सकता है ! रेगुलर क्लींजिंग टोनिंग ,और मॉइस्चराइजर करे !

3) स्किन फ्रेंडली डाइट का सेवन करे , एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाना खाने से ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स की कमी से लड़ने में मदद मिलती है ! इसलिए फल, सलाद और सब्जियां खाये !

4) ज्यादा मीठा ना खाएं , अपनी स्किन की कोशिकाओं को हाईड्रेट रखने के लिए हर दिन कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पिये ! 

5) अच्छी स्किन के लिए कम से कम 8 घण्टे की नींद अवश्य ले, सोते समय हमारी स्किन फिर से रीजनरेट होती है !

6) हैड्रोफिलिक पदार्थ हयालूरोनिक एसिड स्किन के बाहरी मैट्रिक्स और कोलेजन और इलास्टिन को बढ़ाता है ! इसलिए हाईएलयुरोनिक एसिड बेस्ड प्रोडक्ट का इस्तेमाल अपनी स्किन के बुढ़ापे को कम करने के लिए करना चाहिए ! 

7) आप चाहे तो एलोवेरा को काट कर चेहरे पर हल्के हल्के से मसाज कर सकते है इससे भी चहरे पर ग्लो आता है !

8) दूध की मलाई के साथ थोड़ा उसमे बेसन मिलाकर लगाने से चहरे पर ग्लो एकदम से आ जाता है और झुर्रिया भी कम दिखाई देने लगती है !


हाईलूरोनिक एसिड क्रीम , सीरम या इंजेक्टेबलस जैसे कि प्रोफिलो उम्र बढ़ने की दर को धीमा करने मे मदद कर सकते है 



नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी अच्छे स्किन एक्सपर्ट  की सलाह जरूर ले !  धन्यवाद 🙏







सोमवार, 17 मई 2021

काढ़ा - रखे कोरोना से दूर

 

 

इन दिनों लोग बाजार में  मिल रहे काढ़े का खूब इस्तेमाल कर रहे है!  टी - बैग की तरह मिलने वाले काढ़े के पाउच के अलावा तैयार काढ़ा पाउडर भी मिल रहा है! 

खांसी जुकाम होने पर ज्यादातर लोग काढ़ा पीकर राहत महसूस करते है! काढ़े का मतलब सिर्फ हल्दी, अदरक,दालचीनी, काली मिर्च आदि सबको पानी मे उबालना नही होता!  काढ़ा किसी भी चीज का हो सकता है! यह दवा नही बल्कि प्रोसेस है! लेकिन गर्मियों में ज्यादा काढ़ा नही लेना चाहिए! जिन्हें पित्त से जुड़ी परेशानी हो, वे इस बात पर जरूर ध्यान दे !

काढ़ा पीने के फायदे -:

1) काढ़ा पीने से गले मे खराश कम होती है और खांसी में भी आराम मिलता है 

2) इससे इम्युनिटी भी बढ़ती है 

3) काढ़ा पीने से शरीर के अंदर गर्माहट महसूस होती है

4) इसके सेवन से मोटापा भी घटाया जा सकता है 

5) जिन्हें पेट मे अल्सर हो, किडनी की समस्या हो, पाइल्स हो  उन्हें काढ़ा का सेवन नही करना चाहिए 

6) 5 साल से कम उम्र के बच्चो को काढ़ा नही देना चाहिए

7)  अगर आप काढ़ा बना रहे है तो इस बात का ध्यान रखे कि इसमें अदरक, सौठ, लौंग, काली मिर्च कम से कम डाले

8) अगर काढ़ा दूध में बनाया जाए तो इसकी तासीर ज्यादा गर्म नही रहती 

9) अगर काढ़ा पीने से कोई परेशानी हो तो किसी वैध से संपर्क करे

ऐसे बनाये मीठा काढ़ा :-

पानी-  1 कप

दूध- 1 कप 

तुलसी के पत्ते- 3 से 4

लौंग -1

काली मिर्च -1

दालचीनी-  एक चुटकी

चीनी या शक्कर - स्वाद अनुसार

ऊपर दी गयी सभी सामग्री को एक बर्तन में डाल कर 5 से 7 मिनट तक उबले और फिर थोड़ा ठंडा होने पर इसका सेवन करे !

नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह जरूर ले ! धन्यवाद 🙏






शुक्रवार, 14 मई 2021

सेहतमंद ओर फिट रहने के लिए क्या करे ?





 


अगर आप भी फिट ओर सेहतमंद रहना चाहते है तो आपको जरूरत है कुछ नियमो को अपनाने की जिससे आप फिट रह सकते है

1) फिट रहने के सबसे जरूरी होता है सुबह जल्दी उठना और सुबह जल्दी उठने के जरूरी है रात को समय पर सोना इसलिए अगर आपको सुबह जल्दी उठना है तो रात को कम से कम आपको 10 बजे तक सो जाना चाहिए!

2) सुबह उठने के बाद आपको 1 या 2 गिलास गर्म पानी पीने की आदत डालनी पड़ेगी , सुबह गर्म पानी पीने से आपकी कब्ज की समस्या धीरे धीरे ठीक हो जाएगी और आप एकदम fresh महसूस करेंगे!

3) पानी पीने के बाद आप चाहे तो आधा या 1 घन्टा वाक या फिर योगा भी कर सकते है , अगर आपको योगा नही आता है तो आप youtube पर जा कर बाबा रामदेव की video से भी योगा सीख सकते है!

4) योगा करने के बाद आपको आधा घन्टा प्राणयाम भी करना होगा जिससे आपका अंदरूनी system मजबूत हो सके!

5) प्राणायाम के बाद कम से कम आपको 15 मिंट तक ध्यान करना है जिससे आपका माइंड एकाग्र हो सके और आपअपना काम एकाग्रता से कर सके !

6) इसके बाद आप नाश्ते में दूध की चाय के बजा black tea या हर्बल tea का भी इस्तमाल कर सकते है , और नाश्ते में आपको रोटी और mix सब्जी खानी होगी ताकि आपको हर सब्जी के गुण मिल सके!

7) दिन का लंच आपको कम से कम 12 या 12:30 बजे तक कर लेना चाहिए 

8) और रात का खाना कम से कम 8 बजे तक कर लेना चाहिए रात को आपको बहुत ही हल्का भोजन करना चाहिए क्योंकि सूरज डूबने के बाद हमारी पाचन शक्ति धीमे हो जाती है ऐसे में अगर हम रात को heavy खाना खाएंगे तो खाना ठीक से पचेगा नही और हम बीमार भी पड़ सकते है!👍

इसलये स्वस्थ रहने के लिए जरूरी होते है यह नियम जो हमें स्वस्थ जिंदगी दे सकते है !