मंगलवार, 8 जून 2021

ध्यान कैसे करे व ध्यान करते समय क्या करना चाहिए ?

                   ध्यान ( meditation )


ध्यान एक ऐसी प्रक्रीया है जिसमे आपकी जिंदगी में काफी बदलाव आ सकता है ! आजकल हम शरीर को फिट रखने के लिए मेहनत करते है उतना हमे अपने माइंड को भी स्वस्थ रखने की जरूरत है !

ध्यान करने के बहुत से अनगिनत फायदे है , ध्यान हमारे जीवन का सबसे अमूल्य धन है जिसके बिना इंसान का जीवन अशांत रहता है और उसके जीवन मे शांति नही बनी रहती !


अगर आप भी ध्यान को अपने जीवन का का हिस्सा बना ले तो आपका जीवन भी बिना टेंशन ओर परेशानी से बीतेगा ! 


ध्यान कैसे करा जाता है ?

ध्यान करने से पहले आप अपने हिसाब से एक समय चुने जिसमे आपको कोई डिस्टर्ब न कर सके ! सुबह सुबह का समय ध्यान के लिए एक्दम अच्छा होता है !


दूसरा एक ऐसी जगह का चुनाव करे जंहा आपको कोई परेशान न करे 


उसके बाद जमीन पर आसन बिछा ले और उस आसन पर बैठ जाएं ! आपकी कमर और गर्दन एकदम सीघी होनी चाहिए ! और फिर अपनी उंगलियों को ध्यान मुद्रा में लाएं

 

ध्यान करने से पहले आपको 15 से 20 बार गहरी सांस ले और फिर छोड़े , उसके बाद अपनी आंखें बंद कर ले 


उसके बाद अपनी सांस पर ध्यान लगाने का प्रयास करे कि किस तरह आपकी सांस अंदर बाहर जा रही है !


आपका ध्यान बार बार भटकेगा और बार बार आपके मन मे विचार आते रहेंगे लेकिन आपको बार बार अपना ध्यान विचारो से हटाकर अपनी सांस पर लगाना !






ध्यान करने के फायदे :

० ध्यान करने से एकाग्रता बढ़ती जिससे आप कोई भी कम एकाग्र होकर कर सकते है !


० अगर आप एक विद्यार्थी है तो ध्यान आपके लिए बहुत ही बढ़िया साधन है , इससे आपका मन पढ़ाई में लगेगा और अगर आप कुछ याद करते हैं तो बहुत जल्दी आपको याद हो जाएगा !


० ध्यान करने से मानसिक तनाव कम हो जाता है और मन ओर दिमाग मे चल रहे नकारात्मक विचार नष्ट हो जाते है !


० आजकल नींद न आने की समस्या लगभग सभी को होती है , रात को सोने से पहले आप 10 से 15 मिंट ध्यान करे ऐसा करने से आपको अच्छि नींद आ जायेगी 


० ज्यादा गुस्सा करना आज लोगो की फितरत बन चुकी है लोग छोटी से छोटी बात पर गुस्सा करते रहते है उनको भी रोज ध्यान करना चाहिए इससे उनका बार बार गुस्सा करने की आदत कम हो जाएगी !



० ध्यान से बहुत सी बीमारियों का इलाज भी किया जाता है परंतु उसके लिए किसी विशेष गुरु की जरूरत पड़ती है 




नोट-  ध्यान करने से पहेले किसी अच्छे विशेषज्ञ गुरु से जरूर सलाह  ले ! 

शुक्रवार, 4 जून 2021

मधुमेह क्या है ? इसके कारण, लक्षण और ईलाज

मधुमेह आज पूरे  भारत मे फैल गया है व कई लोग अपने गलत खान पान की आदत से इसका शिकार भी बनते जा रहे है! 

मधुमेह एक जानलेवा बीमारी है जिसे अगर कंट्रोल नही किया गया तो इससे इंसान की मृत्य भी हो सकती है , लेकिन अगर आप आयुर्वेद की सलाह माने तो और थोड़ा परहेज करें तो इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है 


मदुमेह क्यों होता है ? -  मधुमेह इंसान की गलत खान पान की आदत से होता है या ज्यादा मीठा खाने से भी यह हो जाता है ! और इसका प्रमुख कारण फिजिकल वर्क कम होना भी होता है ! लोग अक्सर घूमते फिरते कम है , आफिस में दिनभर बैठे रहना , खाना खाकर सीधा बेड प लेट जाना ! यह सब मदुमेह होने के संकेत होते है !


मधुमेह के लक्षण :  मदुमेह में बार बार इंसान को पेशाब आता है , दूसर इसमे आँखों के आगे धुंदुलापन पन आना , स्किन का काला पड़ जाना , प्यास ज्यादा लगना, गले का बार बार सुखना ,थकान होना, वजन बढ़ जाना या वजन कम हो जाना यह सब मदुमेह के लक्षण होते है !


मदुमेह के साथ साथ आपको अन्य बीमारी भी होने का खतरा हो सकता है जैसे किडनी का खराब होने यह भी आजकल कई मधुमेह के मरीज के साथ देखा गया है कि मधुमेह के कारण उनकी किडनी खराब हो चुकी है दूसरा हाई बीपी या लौ बीपी हो जाना !

तीसरा नसों का कमजोर हो जाना , चौथा नजरें कमजोर हो जाना , पांचवा हार्ट अटैक होना , छटा ब्रेन स्ट्रोक हो जाना , यह सब बीमारी मधुमेह के मरीजों को हो सकती है इसलये मधुमेह को बिल्कुल भी हल्के में न ले !


मधुमेह का इलाज : वैसे तो आयुर्वेद में काफी ऐसी जड़ीबूटी है जो मधुमेह के मरीजों को खिलाई जाती है इनमें से एक है मेथी दाना , मेथी दाना को आप रात को भिगोकर रख दीजिए और सुबह उस पानी को पी जाईये और मेथी दाने को चबा कर खा ले ! 


बराबर साइज का एक खीरा, टमाटर ,औऱ करेला का जूस बना कर सुबह सुबह खाली पेट इसे पिए तो भी आपको काफी फायदा देखने को मिलेगा ! आप अगर चाहे तो इसमें 2 से 3 नीम के पत्ते या सदाबहार के पत्ते भी दाल सकते है !


गिलोय का सेवन करे या इसका रस पिये अगर गिलोय ताजी मिल जाये तो और भी अच्छा है !


मधुमेह के मरीजों को चाहिए कि कम से कम 15 से 20 मिंट प्रतिदिन कपालभाति और अनुलोम विलोम प्राणायाम करे ओर इसके साथ मण्डूकासन भी जरुर करें यह मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत अच्छा है !


अगर आपको मण्डूकासन के बारे पता नही है तो इस लिंक पर क्लिक करें - मण्डूकासन


कड़वी चीज़ो का सेवन करे , एलोवेरा का सेवन करे नीम के पत्ते या इसकी टेबलेट ले सकते है !


आंवला का रस 20ML और इसमें 1/4 हल्दी मिलाकर दिन में 2 बार ले इससे भी आपको काफी फायदा मिलेगा !


बेल, नीम, आम, और तेजपत्ता को बराबर मात्रा में मिलाकर इसका चूर्ण बनाकर सुबह शाम इसका सेवन कर सकते है !


गुड़मार की बूटी का भी चूर्ण बनाकर आप इसका भी सेवन कर सकते है यह मधुमेह में काफ़ी लाभदायक है !



क्या न खाएं : ज्यादा मीठा न खाए , चावल का सेवन न खाए या हो सके तो बहुत ही कम खाएं, चाय कॉफी का भी सेवन बन्द कर दे , चीनी का उपयोग कम से कम करें !




नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह जरूर ले ! धन्यवाद 🙏





बुधवार, 2 जून 2021

बॉडी बनाने की जल्दी में कहीं परेशानी न बड़ा ले

 

                                        सावधान



बहुत से पतले दुबले लोग अपने वजन को बढ़ाने के लिए पाउडर का सेवन करते है ! लेकिन उन पाऊडर को बिना डॉक्टर के परामर्श के लेने से आपको कई शारीरिक समस्याएं हो सकती है !  जानते हैं वजन बढ़ाने वाले पाउडर के साइड इफ़ेक्ट के बारे में !


वजन बढ़ाने का पाउडर क्या है

वजन बढ़ाने वाले पाउडर को आमतौर पर पानी या अन्य पेय पदार्थ के साथ लिया जाता है ! पाउडर में कार्बोहायड्रेट , प्रोटीन, वसा , विटामिन, खनिज, एमिनो एसिड , क्रिएटिन जैसे अन्य सप्लीमेंट होते है ! जिनमे कैलोरी की मात्रा अधिक होती है , जिसके कारण इसका सेवन करने से इंसान का वजन बढ़ता है ! वजन बढ़ाने वाले सप्लीमेंट टेबलेट व कैप्सूल के रूप में भी आते है ! 


पाउडर के दुःप्रभाव


किडनी की समस्या    

किडनी की बीमारियां मुख्य रूप से वजन बढ़ाने वाले पाउडर के सेवन से होती है ! हालांकि वजन बढ़ाने वाला पाउडर किडनी की पथरी का स्पष्ट कारण नही है लेकिन यह शरीर के हॉर्मोन्स को इसके प्रति संवेदनशील बनाता है !



लिवर की समस्या 

इससे लिवर की समस्याएं भी बढ़ सकती है ! शराब के साथ हेल्थ सप्लीमेंट का सेवन करना घातक सिद्ध होता है ! वजन बढ़ाने के लिए आपको हैल्थी डाइट लेनी होगी ! 



सांस सम्बंधी समस्याएं 

गलत तरीके से वजन बढ़ाने वाले पाउडर का सेवन करने से सांस संबंधी समस्याएं भी हो सकती है ! सप्लीमेंट की गलत खुराक लेने से खांसी , छींक , घबराहट , और अस्थमा जैसे रोग हो सकते है ! यदि आपको पहले से ही सांस की समस्या है तो ऐसे सप्लीमेंट का सेवन करने से बचें !



मितली ओर डायरिया 

वजन बढ़ाने वाले पाउडर का सेवन करने से असमान्य सिंड्रोम हो सकते है ! यदि यह पाउडर पेट के अंदर नही घुल पाता तो इसके कारण आपको मितली या डायरिया भी हो सकता है !



असमान्य वजन बढ़ना 

अधिक मात्रा में सेवन करने से असमान्य रूप से आपका वजन बढ़ सकता है साथ ही यह अनावश्यक फैट और कैलोरी को भी बड़ा सकता है , जिसके कारण इंसान की मृत्यु भी हो सकती है !

और भी बहुत सारे दुःप्रभाव है सप्लीमेंट लेने के इसलिए सप्लीमेंट सेवन न ही करे तो बेहतर है ! 



वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेद को अपनाए और एक स्वस्थ और ख़ुशहाल जीवन जिये !


          






सोमवार, 31 मई 2021

फंगस से बचने के लिए सभी रखे इन बातों का ध्यान

 


फंगस की मौजूदगी इस धरती पर करोड़ों बरसो से है और आगे भी रहेगी ! यह कोरोना से पहले भी था , जिनते भी रंग के फगन्स है , यह  बहुत ज्यादा कमजोर इम्युनिटी वाले शख्स के शरीर मे घुस कर बीमारी पैदा करते है ! तो आइए जानते है फंगस से जुड़ी कुछ और बातें 


क्या सभी को फंगस से डरना चाहिए                                                  

फंगस , वायरस, बैक्टीरिया हमें किसी से भी डरना नही चाहिए! पहले तो हमे इससे बचने का प्रयास करना चाहिए ! अगर फिर भी हो जाए तो इसे निकलने के लिए मुकाबला करना चाहिए ! फंगस में कोई म्युटेशन नही हुआ है और न ही इसका कोई नया स्ट्रेन आया है ! इसमें बदलाव लाखो सालो में एवोल्यूशन के द्वारा होता है ! 


किन लोगों को रहना है अलर्ट (Alert ) 

० शुगर के पुराने मरीज जिन्हें 5 से 10 दिन तक बुखार रहा हो 

० जिन्हें 3 से 4 दिनों तक स्टेरॉयड की हैवी मात्रा दी गयी हो 

० ऑक्सिजन का स्तर कम होने की वजह से या फिर अस्पताल में 2 से 3 दिनों तक सामान्य ऑक्सिजन की सप्लाई की गई हो !

० शुगर के पुराने मरीज जिनका शुगर लेवल 3 से 5 दिनों तक 350 से ऊपर रहा हो !

० कैंसर के पुराने मरीज जिनको कीमो थेरेपी दी जाती हो ! 

० किडनी के मरीज जिनको डायलिसिस करवाना पड़ता हो 

० जिनका crytinine का स्तर ज्यादा हो 



ब्लैक फंगस ( black fungus ) 

कोरोना के बाद अगर किसी चीज ने कुछ लोगो परेशान किया है तो वो है ब्लैक फंगस ! ब्लैक फंगस की वजह से म्युकर मैकिरोसिया नाम की बीमारी होती है , इसके स्पोर्स नाक के जरिये शरीर मे घुसते है ! 

कमजोर इम्युनिटी की वजह से यह नाक के भीतर, सांस की नली, या फेफड़ो तक पहुँच जाते है ! जंहा से ये बढ़ने लगते है और हइफी बनाते है ! 

जैसे ही इन्हें शरीर के अंदर ज्यादा मात्रा में शुगर और कम इम्युनिटी मिलती है ये बढ़ने लगते है और पत्ती की तरह हइफी बनाने लगते है ! जंहा पर यह चिपक जाते है वँहा के टिश्यू को ये बढ़ाने लग जाते है ! अगर जल्दी से इसे इंजेक्शन या आपरेशन के द्वारा नही हटाया गया तो मरीज की मौत भी हो सकती है ! 


क्या है इसके लक्षण 

नाक में पपड़ी बनने लगती है

चहरे के एक तरफ सूजन आ जाना 

नाक से काले रंग के तरल निकलना 

नाक बंद होना व छाती में दर्द होना 

काले रंग का बलगम आना 

आंखों में दर्द रहना  


वाइट फंगस ( white fungus ) 

यह एक आम फंगस ही है , इसे कैंडिडा भी कहते है लेकिन अगर किसी शख्स की इम्युनिटी कमजोर हो जाए और खून में पहुंच जाए तो यह दिमाग और आंख की जगह पर चिपकर बढ़ने लगता है 

यह ब्लैक फंगस से ज्यादा जल्दी फैलता है और इसे ब्लैक फंगस से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है ! कई बार आम लोगो को जीभ ओर तालू पर सफेद धब्बे भी दिखते है , कुछ महिलाओं में वजाइनल इन्फेक्शन इसी वाइट फंगस के कारण होता है ! 


क्या है इनके लक्षण 

सिर में दर्द होना , तेज बुखार होना इत्यादि ! 


फंगस से बचने के लिए सभी रखे इन बातों  का ध्यान 

० घर मे गन्दगी को बिल्कुल जमा होने न दे

० सब्जियों को अच्छी तरह ढक कर रखे 

० अगर मटके का पानी पीते है तो उसे भी अच्छी तरह ढक कर रखे 

० बासी खाना न खाएं ! 

० पौधों के पास न जाये , फंगस पौधों पर ज्यादा मिलते है !

० गीला मास्क या रुमाल से मुह को ना ढके ! 

० धूप और ताजी हवा के लिए घर की खिड़किया और दरवाजे खोल दे 

० घर मे सीलन न होने दे इससे फंगस के बढ़ने का खतरा रहता है ! 


अगले आर्टिकल में आपको फंगस को दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक टिप्स बताऊंगा ! जो हमे इस फंगस से दूर रखने में सहायता करेगा! 








रविवार, 30 मई 2021

चिरौंजी से वजन कैसे बढ़ाएं और इसे कब औऱ कैसे ले ?

 


चिरौंजी एक ड्राई फ्रूट है जो देखने मे सूखी दाल की तरह लगता है ! यह छोटे गोल बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते है चिरौंजी खाने से हमारे पाचन तंत्र से गंदगी औऱ विषाक्त पदार्थों को बाहर निकल जाते है और कब्जकी समस्या में राहत मिलती है ! 


यह आंतो की अंदरूनीपरत को फिर से साफ करने में भी मदद करती है औरऔर उसकी आंतरिक दीवारों में चिकनाहट पैदा करती है जिससे पेट साफ हो जाता है ! 


आमतौर पर चिरौंजी का प्रयोग खीर, हलवा सहित और भी कई मिठाइयों में किया जाता है ! लेकिन चिरौंजी विटामिन सी, विटामिन बी1, विटामिन बी2 से भरपूर होती है ! यह सभी विटामिन हमे कई तरीके से फायदा पहुंचते है! आईये जानते है इसके लाभ !

        

इम्यून सिस्टम बनाय मजबूत : कोरोना में हर कोई अपनी इम्युनिटी मजबूत करना चाहता है ! चिरौंजी के अंदर भी ऐसे पोशक तत्व पाए जाते है जिससे आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है!  

इसलिए आप चिरौंजी को दूध, ओट्स, दलिया, और मीठे व्यंजन में मिलाकर सेवन कर सकते है ! यह शारीरिक  कमजोरी से लड़ने में मदद करता है !



डायरिया की समस्या में मददगार :  चिरौंजी का तेल दस्त के लिए काफी प्रभावी है ! यदि आपको अक्सर दस्त की समस्या होती है तो आप चिरौंजी के तेल से बनी  खिचड़ी , दलिया या ओट्स का सेवन कर सकते है ! 

आप नियमित रूप से भी चिरौंजी का प्रयोग कर सकते है ! आप इसका पाउडर बनाकर  दूध में मिलाकर पी सकते है !



ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार : चिरौंजी गैस्ट्रिक स्राव को कम करके गैस्ट्रिक अलसर को रोकने में भी मदद कर सकती , क्योंकि इसमें एन्टी-इन्फ्लेमेट्री गुण होता है! 

यह मधुमेह ( diabities ) रोगियों के लिए भी फायेदमंद बतायी जाती है , क्योंकिं यह अपने एन्टी-ऑक्सीडेंट गुणो के कारण रक्त में शक्कर की मात्रा को कम करता है ! 



चहरे की सुंदरता को बढ़ाने में मददगार : थोड़ी सी चिरौंजी को पीस ले और उसमें थोड़ा सा कच्चा दूध और थोड़ा सा बेसन मिला ले और चहरे पर लगा ले और थोड़ी देर बाद हल्के गुनेगुने पानी से मुह धो ले, आपका चहरे की चमक बढ़ जाएगी और काले धब्बे भी साफ हो जाएंगे !



वजन बढ़ाने में मददगार : 5 ग्राम चिरौंजी को पीस कर आधा गिलास दूध में मिलाकर पीने से आपका वजन बढ़ने लगता है !



नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह जरूर ले ! धन्यवाद 🙏


शनिवार, 29 मई 2021

गर्मी में आंवला खाने के फायदे जानिए

 




आंवला जिसके बारे मे आप सभी जानते ही होंगे लेेकिन क्या आपकेे इसके गुणों के बारे में पता है ! तो आइए जाने इसके गुणो के बारे में !


आंवला वात, पित्त, औऱ कफ को दूर करता है इसलिए इसे वात पित्त और कफ नाशक भी कहा जाता है 


आंवला में आयरन, कैल्शियम, और विटामिन सी बहुत ज्यादा होता है जो जोड़ो के लिए लाभदायक है !


यह एक एन्टी एजिंग भी है जो चहरे पर जल्दी झुर्रिया नही पड़ने देता जिससे आप जवान दिखते है !


हमारे पेट से 24 बढ़ी नाडिया पूरे शरीर में जाती है इसलिये आंवल खाना बहुत जरूरी होता है !


जिनकी आंखे कमजोर है या कोई और आंखों की समस्या है या जिन्हें कम दिखाई देता है वह रोज एक ताजा आंवला का सेवन करे !


आंवले को शास्र में रसायन कहा जाता है ! सूखे आंवले को रात भर मिट्टी के बर्तन में भिगो ले और फिर सुबह उसे छान लें उस पानी को आप एक शीशी में रख ले तो यह आपकी eye drop
तैयार हो जाएगी !


बालो की समस्याओं में भी आंवले का प्रयोग किया जाता है , जिनको भी बालों की समस्या है जैसे बालो का टूटना , बालो का झड़ना , जल्दी बाल सफेद होना तो आप आंवले के साथ शिकाकाई और भृंगराज का पाउडर बराबर मात्रा में मिलाकर इसे शैम्पू की तरह इस्तमाल करे ,  आपकी बालो की सभी समस्या दूर हो जाएगी !


अगर किसी को नकसीर की समस्या है तो आंवले का रस 3 से 4 चम्मच सुबह खाली पेट पानी के साथ लेंगे तो आपको काफी फायदा मिलेगा !


अगर आपको एसिडिटी  की समस्या है तो आंवले का पाउडर 5 ग्राम रात को एक मिट्टी के बर्तन में डालकर भीगो दे और फिर सुबह उस पानी को छान कर उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर पी ले तो एसिडिटी में काफी आराम आपको मिलेगा !


अलसर और पेट में इन्फेक्शन होने पर मरीज को सुबह खाली पेट आंवले का सेवन कराया जाता है जिससे उसके पेट के अलसर व इन्फेक्शन जल्दी ठीक हो जाते है !


मूत्र के रोगों में भी आंवला बहुत ही बढ़िया तरिके से कम करता है आंवले के पेड़ की  छाल और उसमें थोड़ी आंवले की पत्तियां बराबर मात्रा में मिलाकर इसको 400 ग्राम पानी मे उबाल लें और फिर जब 100 ग्राम पानी बच जाय तो इसे पी ले यह मूत्र के रोगों में काम आता है !


थोड़ा सा आंवले का पाउडर खा ले और उपर से थोड़ा शहद चाट ले ऐसा करने जिसकी भी बार बार उल्टी आती है उसको उल्टी में काफी आराम मिलेगा !


बवासीर में भी आंवले का सेवन मरीज को कराया जाता है जिससे उसकी कब्ज भी ठीक हो जाती है और मस्से भी !


इसलिए आयुर्वेस आंवले को सभी फलों में सबसे सर्वश्रेष्ठ मानता है ! 

गुरुवार, 27 मई 2021

बेल के फायदे जो बीमारियों से रखे दूर

 

बेल के अद्धभुत गुण




गर्मियों के मौसम चल रहा है ऐसे में अगर बेल का शर्बत पीने को मिल जाये तो बात ही क्या है ! दोस्तो  आज हम आपको बेल से जुड़ी कुछ 12 जानकारियां देंगे जो शायद आपको पता न हो !

बेल का हमारे देश मे सदियों से उपयोग किया जा रहा खासकर के गर्मियों में ! हमारे देश मे इसका सेवन अलग अलग तरीको से किया जा रहा है ! तो आइए जानते है उनके बारे में 


1)  बेल का अगर शर्बत बनाकर पिया जाए तो यह पेट की सभी बीमारियों को दूर करने में काम आता है !


2) बेल का शर्बत कोलाईटिस (colitis) जैसी बीमारी को भी ठीक करने के लिए मरीज को पिलाया जाता है ! 


3) अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर ( high B.P) की समस्या है तो बेल का 1 पत्ता चबाकर ऊपर से हल्का गुनगुना पानी पी ले तो आपका B P एकदम नार्मल हो जायेगा !


4) बेल के फल का सेवन करने से हाई बीपी , शुगर , कोलोस्ट्रोल और मोटापा सभी नॉर्मल हो सकते है !


5) बेल 100 से ज्यादा बीमारियों में काम आता है !


6) आप अगर चाहे तो बेल का मुरब्बा या बेल की  कैंडी भी खा सकते है ! बाजार में अलग अलग ब्रांड की कैंडी या मुरब्बा उपलब्ध है !


7) पके हुए बेल फल की बजाय कच्चे बेल फल का उपयोग किया जाय तो यह ज्यादा गुणकारी होता है !


8) बेल वात, पित्त और कफ नाशक होता है अगर किसी के गले मे कफ जम गया हो , या पेट मे गर्मी हो गयी हो या किसी को गैस की समस्या हो  आप बेल का फल या शर्बत दोनों में से किसी का इस्तेमाल कर सकते है !


9) आगर किसी को दस्त (loose motion) हो गए तो उसे आप ताजे बेल का शर्बत पिला सकते है जिससे उसके दस्त रुक जाएंगे ! 


10 ) आंतो की सफाई के लिए आप हफ्ते में एक बार बेल या बेल का शर्बत ले सकते है ! 


11) बेल को अलसर की बीमारी में भी लिया जाता है !  


12)  अगर आपको अपच ( indigestion ) की समस्या है तो आप खाली पेट या खाना खाने से 1 घन्टा पहले बेल शर्बत ले सकते है ! 



दोस्तो हमारी यह जानकारी। आपको किसी लगी आप हमें comment करके जरूर बताएं ! हमारे द्वारा बताय गए नुस्खे अगर आप  इस्तमाल कर रहे है और अगर आपको इससे कोई तकलीफ होती है तो तरन्त उस नुस्खे को रोक दे और किसी आयुर्वेदिक वैध से सलाह जले !

क्योंकि हमारा उद्देश्य आपको स्वस्थ रखना है न कि अस्वस्थ रखने का ! 

धन्यवाद !