मधुमेह आज पूरे भारत मे फैल गया है व कई लोग अपने गलत खान पान की आदत से इसका शिकार भी बनते जा रहे है!
मधुमेह एक जानलेवा बीमारी है जिसे अगर कंट्रोल नही किया गया तो इससे इंसान की मृत्य भी हो सकती है , लेकिन अगर आप आयुर्वेद की सलाह माने तो और थोड़ा परहेज करें तो इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है
मदुमेह क्यों होता है ? - मधुमेह इंसान की गलत खान पान की आदत से होता है या ज्यादा मीठा खाने से भी यह हो जाता है ! और इसका प्रमुख कारण फिजिकल वर्क कम होना भी होता है ! लोग अक्सर घूमते फिरते कम है , आफिस में दिनभर बैठे रहना , खाना खाकर सीधा बेड प लेट जाना ! यह सब मदुमेह होने के संकेत होते है !
मधुमेह के लक्षण : मदुमेह में बार बार इंसान को पेशाब आता है , दूसर इसमे आँखों के आगे धुंदुलापन पन आना , स्किन का काला पड़ जाना , प्यास ज्यादा लगना, गले का बार बार सुखना ,थकान होना, वजन बढ़ जाना या वजन कम हो जाना यह सब मदुमेह के लक्षण होते है !
मदुमेह के साथ साथ आपको अन्य बीमारी भी होने का खतरा हो सकता है जैसे किडनी का खराब होने यह भी आजकल कई मधुमेह के मरीज के साथ देखा गया है कि मधुमेह के कारण उनकी किडनी खराब हो चुकी है दूसरा हाई बीपी या लौ बीपी हो जाना !
तीसरा नसों का कमजोर हो जाना , चौथा नजरें कमजोर हो जाना , पांचवा हार्ट अटैक होना , छटा ब्रेन स्ट्रोक हो जाना , यह सब बीमारी मधुमेह के मरीजों को हो सकती है इसलये मधुमेह को बिल्कुल भी हल्के में न ले !
मधुमेह का इलाज : वैसे तो आयुर्वेद में काफी ऐसी जड़ीबूटी है जो मधुमेह के मरीजों को खिलाई जाती है इनमें से एक है मेथी दाना , मेथी दाना को आप रात को भिगोकर रख दीजिए और सुबह उस पानी को पी जाईये और मेथी दाने को चबा कर खा ले !
बराबर साइज का एक खीरा, टमाटर ,औऱ करेला का जूस बना कर सुबह सुबह खाली पेट इसे पिए तो भी आपको काफी फायदा देखने को मिलेगा ! आप अगर चाहे तो इसमें 2 से 3 नीम के पत्ते या सदाबहार के पत्ते भी दाल सकते है !
गिलोय का सेवन करे या इसका रस पिये अगर गिलोय ताजी मिल जाये तो और भी अच्छा है !
मधुमेह के मरीजों को चाहिए कि कम से कम 15 से 20 मिंट प्रतिदिन कपालभाति और अनुलोम विलोम प्राणायाम करे ओर इसके साथ मण्डूकासन भी जरुर करें यह मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत अच्छा है !
अगर आपको मण्डूकासन के बारे पता नही है तो इस लिंक पर क्लिक करें - मण्डूकासन
कड़वी चीज़ो का सेवन करे , एलोवेरा का सेवन करे नीम के पत्ते या इसकी टेबलेट ले सकते है !
आंवला का रस 20ML और इसमें 1/4 हल्दी मिलाकर दिन में 2 बार ले इससे भी आपको काफी फायदा मिलेगा !
बेल, नीम, आम, और तेजपत्ता को बराबर मात्रा में मिलाकर इसका चूर्ण बनाकर सुबह शाम इसका सेवन कर सकते है !
गुड़मार की बूटी का भी चूर्ण बनाकर आप इसका भी सेवन कर सकते है यह मधुमेह में काफ़ी लाभदायक है !
क्या न खाएं : ज्यादा मीठा न खाए , चावल का सेवन न खाए या हो सके तो बहुत ही कम खाएं, चाय कॉफी का भी सेवन बन्द कर दे , चीनी का उपयोग कम से कम करें !
नोट :- ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह जरूर ले ! धन्यवाद 🙏
0 $type={blogger}:
एक टिप्पणी भेजें