मंगलवार, 8 जून 2021

ध्यान कैसे करे व ध्यान करते समय क्या करना चाहिए ?

                   ध्यान ( meditation )


ध्यान एक ऐसी प्रक्रीया है जिसमे आपकी जिंदगी में काफी बदलाव आ सकता है ! आजकल हम शरीर को फिट रखने के लिए मेहनत करते है उतना हमे अपने माइंड को भी स्वस्थ रखने की जरूरत है !

ध्यान करने के बहुत से अनगिनत फायदे है , ध्यान हमारे जीवन का सबसे अमूल्य धन है जिसके बिना इंसान का जीवन अशांत रहता है और उसके जीवन मे शांति नही बनी रहती !


अगर आप भी ध्यान को अपने जीवन का का हिस्सा बना ले तो आपका जीवन भी बिना टेंशन ओर परेशानी से बीतेगा ! 


ध्यान कैसे करा जाता है ?

ध्यान करने से पहले आप अपने हिसाब से एक समय चुने जिसमे आपको कोई डिस्टर्ब न कर सके ! सुबह सुबह का समय ध्यान के लिए एक्दम अच्छा होता है !


दूसरा एक ऐसी जगह का चुनाव करे जंहा आपको कोई परेशान न करे 


उसके बाद जमीन पर आसन बिछा ले और उस आसन पर बैठ जाएं ! आपकी कमर और गर्दन एकदम सीघी होनी चाहिए ! और फिर अपनी उंगलियों को ध्यान मुद्रा में लाएं

 

ध्यान करने से पहले आपको 15 से 20 बार गहरी सांस ले और फिर छोड़े , उसके बाद अपनी आंखें बंद कर ले 


उसके बाद अपनी सांस पर ध्यान लगाने का प्रयास करे कि किस तरह आपकी सांस अंदर बाहर जा रही है !


आपका ध्यान बार बार भटकेगा और बार बार आपके मन मे विचार आते रहेंगे लेकिन आपको बार बार अपना ध्यान विचारो से हटाकर अपनी सांस पर लगाना !






ध्यान करने के फायदे :

० ध्यान करने से एकाग्रता बढ़ती जिससे आप कोई भी कम एकाग्र होकर कर सकते है !


० अगर आप एक विद्यार्थी है तो ध्यान आपके लिए बहुत ही बढ़िया साधन है , इससे आपका मन पढ़ाई में लगेगा और अगर आप कुछ याद करते हैं तो बहुत जल्दी आपको याद हो जाएगा !


० ध्यान करने से मानसिक तनाव कम हो जाता है और मन ओर दिमाग मे चल रहे नकारात्मक विचार नष्ट हो जाते है !


० आजकल नींद न आने की समस्या लगभग सभी को होती है , रात को सोने से पहले आप 10 से 15 मिंट ध्यान करे ऐसा करने से आपको अच्छि नींद आ जायेगी 


० ज्यादा गुस्सा करना आज लोगो की फितरत बन चुकी है लोग छोटी से छोटी बात पर गुस्सा करते रहते है उनको भी रोज ध्यान करना चाहिए इससे उनका बार बार गुस्सा करने की आदत कम हो जाएगी !



० ध्यान से बहुत सी बीमारियों का इलाज भी किया जाता है परंतु उसके लिए किसी विशेष गुरु की जरूरत पड़ती है 




नोट-  ध्यान करने से पहेले किसी अच्छे विशेषज्ञ गुरु से जरूर सलाह  ले ! 

शुक्रवार, 4 जून 2021

मधुमेह क्या है ? इसके कारण, लक्षण और ईलाज

मधुमेह आज पूरे  भारत मे फैल गया है व कई लोग अपने गलत खान पान की आदत से इसका शिकार भी बनते जा रहे है! 

मधुमेह एक जानलेवा बीमारी है जिसे अगर कंट्रोल नही किया गया तो इससे इंसान की मृत्य भी हो सकती है , लेकिन अगर आप आयुर्वेद की सलाह माने तो और थोड़ा परहेज करें तो इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है 


मदुमेह क्यों होता है ? -  मधुमेह इंसान की गलत खान पान की आदत से होता है या ज्यादा मीठा खाने से भी यह हो जाता है ! और इसका प्रमुख कारण फिजिकल वर्क कम होना भी होता है ! लोग अक्सर घूमते फिरते कम है , आफिस में दिनभर बैठे रहना , खाना खाकर सीधा बेड प लेट जाना ! यह सब मदुमेह होने के संकेत होते है !


मधुमेह के लक्षण :  मदुमेह में बार बार इंसान को पेशाब आता है , दूसर इसमे आँखों के आगे धुंदुलापन पन आना , स्किन का काला पड़ जाना , प्यास ज्यादा लगना, गले का बार बार सुखना ,थकान होना, वजन बढ़ जाना या वजन कम हो जाना यह सब मदुमेह के लक्षण होते है !


मदुमेह के साथ साथ आपको अन्य बीमारी भी होने का खतरा हो सकता है जैसे किडनी का खराब होने यह भी आजकल कई मधुमेह के मरीज के साथ देखा गया है कि मधुमेह के कारण उनकी किडनी खराब हो चुकी है दूसरा हाई बीपी या लौ बीपी हो जाना !

तीसरा नसों का कमजोर हो जाना , चौथा नजरें कमजोर हो जाना , पांचवा हार्ट अटैक होना , छटा ब्रेन स्ट्रोक हो जाना , यह सब बीमारी मधुमेह के मरीजों को हो सकती है इसलये मधुमेह को बिल्कुल भी हल्के में न ले !


मधुमेह का इलाज : वैसे तो आयुर्वेद में काफी ऐसी जड़ीबूटी है जो मधुमेह के मरीजों को खिलाई जाती है इनमें से एक है मेथी दाना , मेथी दाना को आप रात को भिगोकर रख दीजिए और सुबह उस पानी को पी जाईये और मेथी दाने को चबा कर खा ले ! 


बराबर साइज का एक खीरा, टमाटर ,औऱ करेला का जूस बना कर सुबह सुबह खाली पेट इसे पिए तो भी आपको काफी फायदा देखने को मिलेगा ! आप अगर चाहे तो इसमें 2 से 3 नीम के पत्ते या सदाबहार के पत्ते भी दाल सकते है !


गिलोय का सेवन करे या इसका रस पिये अगर गिलोय ताजी मिल जाये तो और भी अच्छा है !


मधुमेह के मरीजों को चाहिए कि कम से कम 15 से 20 मिंट प्रतिदिन कपालभाति और अनुलोम विलोम प्राणायाम करे ओर इसके साथ मण्डूकासन भी जरुर करें यह मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत अच्छा है !


अगर आपको मण्डूकासन के बारे पता नही है तो इस लिंक पर क्लिक करें - मण्डूकासन


कड़वी चीज़ो का सेवन करे , एलोवेरा का सेवन करे नीम के पत्ते या इसकी टेबलेट ले सकते है !


आंवला का रस 20ML और इसमें 1/4 हल्दी मिलाकर दिन में 2 बार ले इससे भी आपको काफी फायदा मिलेगा !


बेल, नीम, आम, और तेजपत्ता को बराबर मात्रा में मिलाकर इसका चूर्ण बनाकर सुबह शाम इसका सेवन कर सकते है !


गुड़मार की बूटी का भी चूर्ण बनाकर आप इसका भी सेवन कर सकते है यह मधुमेह में काफ़ी लाभदायक है !



क्या न खाएं : ज्यादा मीठा न खाए , चावल का सेवन न खाए या हो सके तो बहुत ही कम खाएं, चाय कॉफी का भी सेवन बन्द कर दे , चीनी का उपयोग कम से कम करें !




नोट :-  ऊपर बतायी गयी बातें सिर्फ जानकारी के लिए है, इसका उयोग करने से पहले किसी आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह जरूर ले ! धन्यवाद 🙏





बुधवार, 2 जून 2021

बॉडी बनाने की जल्दी में कहीं परेशानी न बड़ा ले

 

                                        सावधान



बहुत से पतले दुबले लोग अपने वजन को बढ़ाने के लिए पाउडर का सेवन करते है ! लेकिन उन पाऊडर को बिना डॉक्टर के परामर्श के लेने से आपको कई शारीरिक समस्याएं हो सकती है !  जानते हैं वजन बढ़ाने वाले पाउडर के साइड इफ़ेक्ट के बारे में !


वजन बढ़ाने का पाउडर क्या है

वजन बढ़ाने वाले पाउडर को आमतौर पर पानी या अन्य पेय पदार्थ के साथ लिया जाता है ! पाउडर में कार्बोहायड्रेट , प्रोटीन, वसा , विटामिन, खनिज, एमिनो एसिड , क्रिएटिन जैसे अन्य सप्लीमेंट होते है ! जिनमे कैलोरी की मात्रा अधिक होती है , जिसके कारण इसका सेवन करने से इंसान का वजन बढ़ता है ! वजन बढ़ाने वाले सप्लीमेंट टेबलेट व कैप्सूल के रूप में भी आते है ! 


पाउडर के दुःप्रभाव


किडनी की समस्या    

किडनी की बीमारियां मुख्य रूप से वजन बढ़ाने वाले पाउडर के सेवन से होती है ! हालांकि वजन बढ़ाने वाला पाउडर किडनी की पथरी का स्पष्ट कारण नही है लेकिन यह शरीर के हॉर्मोन्स को इसके प्रति संवेदनशील बनाता है !



लिवर की समस्या 

इससे लिवर की समस्याएं भी बढ़ सकती है ! शराब के साथ हेल्थ सप्लीमेंट का सेवन करना घातक सिद्ध होता है ! वजन बढ़ाने के लिए आपको हैल्थी डाइट लेनी होगी ! 



सांस सम्बंधी समस्याएं 

गलत तरीके से वजन बढ़ाने वाले पाउडर का सेवन करने से सांस संबंधी समस्याएं भी हो सकती है ! सप्लीमेंट की गलत खुराक लेने से खांसी , छींक , घबराहट , और अस्थमा जैसे रोग हो सकते है ! यदि आपको पहले से ही सांस की समस्या है तो ऐसे सप्लीमेंट का सेवन करने से बचें !



मितली ओर डायरिया 

वजन बढ़ाने वाले पाउडर का सेवन करने से असमान्य सिंड्रोम हो सकते है ! यदि यह पाउडर पेट के अंदर नही घुल पाता तो इसके कारण आपको मितली या डायरिया भी हो सकता है !



असमान्य वजन बढ़ना 

अधिक मात्रा में सेवन करने से असमान्य रूप से आपका वजन बढ़ सकता है साथ ही यह अनावश्यक फैट और कैलोरी को भी बड़ा सकता है , जिसके कारण इंसान की मृत्यु भी हो सकती है !

और भी बहुत सारे दुःप्रभाव है सप्लीमेंट लेने के इसलिए सप्लीमेंट सेवन न ही करे तो बेहतर है ! 



वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेद को अपनाए और एक स्वस्थ और ख़ुशहाल जीवन जिये !